पिता! अब कुछ कहते नही डांटते नही है अब पहले की तरह शायद उनके स्वप्नों ने भी ले लिया है अवकाश नाराज़ तो कभी होते नही अपेक्षाए संभवतः स्वयं से सेवानिवृत्त हो गई होंगी मन में प्यार अब भी है एक पिता का प्यार ना जता पाने वाला ना बता पाने वाला आज जाना एक टीस है उनके मन मे , मेरी विफलताओं के लंबी श्रृंखलाओं की पिता निराश है मुझसे शायद इसीलिए अब पिता! अब कुछ कहते नही......! OPEN FOR COLLAB✨ #ATflowerclick5 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your soulful words.✨ BG Credits ~ Monali Sharma For suggestions, DM us on Insta (LINK IN BIO) or create a private quote using the hashtag "suggestAT" and tag us there. • Must use hashtag: #aestheticthoughts