प्रेम कहानी वो नदी का किनारा वो बारिश का पानी, हमें याद आती है हमारी गुजरी जवानी। तू तो था मेरा राजा और मैं थी तेरी रानी, मिलकर बनानी थी हमको प्रेम कहानी। वादे भी किए थे और खाई थी कसमें भी, जाने क्यों तेरे बगैर बीत रही जिंदगानी। इश्क की राहों में हमें संग संग चलना था, फिर क्यों हैं हम आज अंजाना व अंजानी। हमें अपने ख्वाबों को हकीकत बनाना था, जाने क्यों जिंदगी में आई वो रात तूफानी। जिंदगी को दोनों को प्यार से सजाना था, फिर क्यों न सजी जब प्यार भी था नूरानी। मेरी आँखें आज भी बरखा सी बरसती हैं, पर हमको पड़ती है हर एक बात छुपानी। "संजू" की सोची हुई हर बात गलत निकली, सब खत्म हो गया अधूरी रह गई प्रेम कहानी। #रिमझिम #kkरिमझिम #कोराकाग़ज़रिमझिम #रिमझिमगज़ल #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़