सराहना सिर्फ मा की ही क्यों ममता तो पिता में भी हैं धड़कन है मा तो पिता होठों की मुस्कान हैं !! ऐसा एक पेड़ है पिता जो हर मुसीबत से तुम्हें बचाए सेह ले हर तकलीफ खुद पर तुमपे एक आंच आने ना दे !! कड़वे पिता कुछ बोल होते हैं पर उनसे ही होती नीव मजबूत रूठ जाते है वह कभी ताकि देख सको तुम अपने अंदर की ताकत का रूप !! समझ नहीं पाओगे पिता के जज्बात को सागर सी गहराई होती है दिल में दर उन्हें भी लगता है, दर्द उन्हें भी होता हैं पर रोते भी है अकेले में !! तुलना नहीं किसी चीज़ से पिता की हंसी में इनकी मेरी सांसे बसती है मांगेंगे नहीं कभी कुछ ये पर मांगे अगर जां भी हस्ते हुई हाजिर हैं !! ✍️L.Hussain a poem on the very very very very important person in our life, specially in daughters life I think! #father #fatherdaughterlove #fathersonlove #mostimportantperson #life #APoemOnFather