गुजारिश है तुमसे आ रहे हो मिलने तो बीती शाम ले आना साथ में थोडा सुकून लाना.. कई बरस हो गये तुमको देखा नहीं तुम चली गयी तबसे ये चेहरा हसा नहीं.. मेरे हिस्से की थोडी तुम खुशी लेके आना अब गुजारीश है तुमसे वो बीती शाम ले आना.. जिंदा हू या;मैं मर गया किसींको नहीं था पता हाल किसीने पुछा नहीं सबके लिये था लापता.. मेरे दिल के लिये,तुम अपनी धडकन ले आना अब गुजारीश है तुमसे वो बीती शाम ले आना.. ©ram gagare #Hum #nojotohindi #nojotokavita #NojotoWriter #hindikavitayen #HindiPoem #Hidden_feelings