कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के पहले गांधी परिवार के समर्थक ने जैसा मॉल बना दिया था उससे यही लग रहा था कि पार्टी यूं ही चलेगी वह भी हंसा ही सोनिया गांधी ने जैसे ही कहा कि यदि कार्य समिति को यह लगता है कि परिवार के लोग के हटने से पार्टी मजबूर हो जाएगी तो वह ऐसा करने के लिए तैयार है वैसे ही कुछ ऐसे स्वर्ग बुला रहे हैं नहीं बिल्कुल नहीं सोनिया गांधी इस तरह की भावनात्मक पेशकश पहले भी कर चुकी है और हर बार नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही रहा है इस पर रानी नहीं है कि कार्यसमिति ने ना केवल सोने के नेतृत्व में फिर से आस्था जताई बल्कि कुछ नेताओं ने अपनी पूरी मांगे भी दोहरा दी राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए समस्त परिवार की यही इच्छा है और इसी कारण नए अध्यक्ष के चुनाव में देरी की जा रही है इस सब के बीच राहुल पर्दे के पीछे से पार्टी कर रहे हैं कि उनके फैसले पार्टी का बड़ा कर रहे हैं लेकिन परिवार के अधिकांश नेताओं ने भविष्य के नेता और देश का हित करने में लगे हुए हैं खाना तैयार नहीं कि राहुल की राजनीति एकमात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा पर करना है इसके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकते ©Ek villain #रसातल में जीती कांग्रेस #KashmiriFiles