ज़मीन तलाश रहा हूं अभी मैं अपनी, दोस्त कहते हैं तूने आसमान छू लिया! ये उनकी दुआओं का असर ही तो है, जो मैंने गमों का समंदर भी पी लिया!! घनश्याम शर्मा 'राधेय' : 19/09/2109