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भाग 2 वो सामने खड़ी कभी मुस्कुरा रही थी,तो कभी रो

भाग 2
वो सामने खड़ी कभी मुस्कुरा रही थी,तो कभी रो रही थी। मैं अंदर ही अंदर सिहर रहा था,कुछ बोलना और पूछना चाह रहा था पर एक शब्द जुबां से निकल न पाया।भयभीत होकर भी एकटक उसको ही देखे जा रहा था अपनी आंखों में तमाम सवाल लिए।
"तुसी आ गए हरीश! मैं तेरा ही इंतजार कर रही थी।मुझसे डरने  की जरूरत नहीं है।आज के बाद मैं इन सड़कों पर नजर नहीं आऊंगी।मुझे तुमसे कुछ कहना है हरीश।हमारी  बच्ची मेरे साथ मरी नहीं थी, उसको कोई उठाकर ले गया था मेरे मरने के बाद।तुम उसको ढूंढकर अपने पास ले आना,तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।"
और इतना कहते वो गायब हो गई। मैं कुछ सोचने समझने की स्थिति में नहीं था,बस बहुत तेजी से गाड़ी आगे भगाई और उस सूनसान सड़क को पार कर शीघ्र अपने घर पहुंचा मां को लेकर।
मां बहुत ज्यादा डरी हुई थी।अपने नवजात पोते को देखने के बजाए सीधे अपने कमरे में चली गईं। बड़ी दीदी ससुराल से यहां आई हुई थीं,मैने उनको मां के पास भेज दिया और खुद  भाभी के कमरे में जा पहुंचा नए मेहमान को देखने।
"छोटे भैय्या क्या हुआ अम्मा जी को?इतना क्यों घबराई हुई हैं वो?उनकी तबीयत तो ठीक है ना?इतना खुश थीं लल्ला के जन्म का सुनकर,फिर क्या हुआ?" भाभी ने सवालों की ढेर लगा दी।
"कल सब बताऊंगा भाभी।अभी आप अपना और लल्ला का ध्यान रखें।"
क्रमशः........

©निम्मी #वहांकौनहै
भाग 2
भाग 2
वो सामने खड़ी कभी मुस्कुरा रही थी,तो कभी रो रही थी। मैं अंदर ही अंदर सिहर रहा था,कुछ बोलना और पूछना चाह रहा था पर एक शब्द जुबां से निकल न पाया।भयभीत होकर भी एकटक उसको ही देखे जा रहा था अपनी आंखों में तमाम सवाल लिए।
"तुसी आ गए हरीश! मैं तेरा ही इंतजार कर रही थी।मुझसे डरने  की जरूरत नहीं है।आज के बाद मैं इन सड़कों पर नजर नहीं आऊंगी।मुझे तुमसे कुछ कहना है हरीश।हमारी  बच्ची मेरे साथ मरी नहीं थी, उसको कोई उठाकर ले गया था मेरे मरने के बाद।तुम उसको ढूंढकर अपने पास ले आना,तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी।"
और इतना कहते वो गायब हो गई। मैं कुछ सोचने समझने की स्थिति में नहीं था,बस बहुत तेजी से गाड़ी आगे भगाई और उस सूनसान सड़क को पार कर शीघ्र अपने घर पहुंचा मां को लेकर।
मां बहुत ज्यादा डरी हुई थी।अपने नवजात पोते को देखने के बजाए सीधे अपने कमरे में चली गईं। बड़ी दीदी ससुराल से यहां आई हुई थीं,मैने उनको मां के पास भेज दिया और खुद  भाभी के कमरे में जा पहुंचा नए मेहमान को देखने।
"छोटे भैय्या क्या हुआ अम्मा जी को?इतना क्यों घबराई हुई हैं वो?उनकी तबीयत तो ठीक है ना?इतना खुश थीं लल्ला के जन्म का सुनकर,फिर क्या हुआ?" भाभी ने सवालों की ढेर लगा दी।
"कल सब बताऊंगा भाभी।अभी आप अपना और लल्ला का ध्यान रखें।"
क्रमशः........

©निम्मी #वहांकौनहै
भाग 2