वो अरमान ही क्या जिसमे जिस्म ना झुलसे वो हुस्न ही क्या जिससे शमा ना शर्माए वो दीदार ही क्या जिसमे ललक ना जगे वो शबाब ही क्या जिसमे दर्द का नशा ना बिखरे वो शायरी ही क्या जिसमे तू ना उभरे वो जमीं ही क्या जिस पे वर्षा की बूंद ना बरसे वो रोशनी ही क्या जिसमे धूल ना निखरे वो "मैं" ही क्या , जिसमे तेरा वजूद ना दिखे #lovequotes #myfeelings #yqdidi #happyroseday2020 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 #kunu