मैने ग़ुरबत के अंधेरों में रोशनी देखी, टूटे हुए मकान में पढ़ती हुई लड़की देखी! आंख नम हो गयी और ज़ेहन सुन्न पड़ गया! 'चश्मा' उतार कर जब मैने ज़िन्दगी देखी!! हर निवाला क़ीमती लगने लगा है अब मुझे! एक रोटी के लिए जब जंगे मुफलिसी देखी!! #DPF #BETIPADHAOBETIBACHAO #POVERTY #BETHECHANGE