ए ज़िन्दगी तेरी वफाओं से नहीं कोई शिकवा मुझे तेरे हर पल का शुक्रिया शुक्रिया तेरी रहमतों का न थी काबिल जिसके नवाज़ा है उससे भी तूने मुझे इल्तज़ा है अब फ़क़त इतनी सी कि छोड़ जाओ जो किसी राह किसी मोड़ तो फिर छोड़ जाना एक झटके में न तू रखना मलाल कोई न कोई छोड़ना उम्मीद मेरे लिए #loveuzindagi