जब निहार के तंद्रित स्वर घुलकर प्रकाश में धुल जाते देखा है तुमने उस प्रहर कहो लहरों का संकुल मदमाते कल कल गंगा के वैखर स्वर मन में अभिमंत्रित सुख पाते देखा है तुमने किसी घड़ी तन मन को काशी हो जाते #toyou #yqapnabanaras #yqlove #yqliberty #yqenticing #yqtherealm #yqrevealingthewonder