जो आपने सपने बेच के तुम्हारे सपने खरीद ता है। वो पिता ही तो है जो खुद धूप में तप्ता है और तुम्हे छाव में रखता है। हां दिखता है ऊपर से सख्त पर अंदर से बहुत नरम होता है । वो पिता ही तो होता है जो खुद के सपने बेच के तुम्हारे सपने खरीदता है । वो तब भी नहीं घबराता जब बच्चे उस की हैसियत के बाहर का कुछ मग ले वो कल ला दूंगा बोलके बच्चो को भी खुश कर देता है । बेवकूफ ही होता है पिता sayd जो आपने बच्चो की खुशी के लिए हजारों रुपए ब्याज पे लेलता है । हा वो पिता ही होता है जो खुद के सपने बेच के हमारे सपने खरीद ता है। #लवयूपापाजी #wordofabhijeet pita se hai nam mera