विदाई से ही खत्म हो जाता है रिश्ता औरत का, फिर उनके बाद आंखों के आंसू पहचाने वाला कोई नहीं होता...!! रोता है दिल जब भी औरतों का ससुराल में चुप कराने वाले उन्हें कोई नहीं होता...!! सारे रिश्ते भूल के वो सबको अपनाती हैं, प्यार से तसल्ली देने वाला उन्हें कोई नहीं होता....!! हर बात पर ताने वो हर बार सह जाती हैं, ससुराल में उनकी तरफ बोलने वाला कोई नहीं होता...!!! ©maher singaniya ससुराल