जज़्ब-ए- उल्फ़त में नशात हुए सोच .......तुम अहसास हो, मधम दिल की धड़कन हो रही सोच.......... तुम खास हो, ज़रा - क़रार, ज़रा - शरार दयार -ए- दिल में इतराऊं मैं, चशीदा मेरा प्यार का प्याला पाकीज़ा है मेरा विश्वास, इल्तिमास तेरी ख्याहिशों से के आ गिरो मेरी झोली में, बा-वजू होकर पाबंद रहेंगे धडकनें गिरवी रखदें करो आश्वास। निशांत: joy इल्तिमास: गुजारिश बा-वजू: pure and clean आश्वास: assurance चशीदा: चख कर प्रिय साथियों , आप सभी का स्वागत है सुपर राइटर्स की इस स्टेज पर ..