फिर भी कमी रह जाती है। दूसरों को खुश करने की कोशिश में, तुम्हारे हर कदम के साथ, अपनी चाल मिलाने में, फिर भी कमी रह जाती है। बेटी होकर बेटे का फ़र्ज़ निभाने में, बहू होकर बेटी का सा रिश्ता बनाने में, फिर भी कमी रह जाती है। एक साथ रहकर, एक दूजे का हाथ बटाने में, खुशियां और गम को साथ बाँटने में, फिर भी कमी रह जाती है। रिश्ते बड़े नाज़ुक होते हैं, उनको 'नेह' से निभाने में, फिर भी कमी रह जाती है। अक्सर कोशिश के बाद भी कोई न कोई कमी रह जाती है। #कमीरहजातीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi