Nojoto: Largest Storytelling Platform

(86) सोंचा उसे तब वो लाखों में थी चाहा उसे तब हजार

(86)
सोंचा उसे तब वो लाखों में थी
चाहा उसे तब हजारों में थी
किया जब उससे इज़हार-ए-मोहब्बत
पहुँच चुकी तब बाजारों में थी.

       Genius 2.0

©Mohd Asif (Genius) #asifgenius
(86)
सोंचा उसे तब वो लाखों में थी
चाहा उसे तब हजारों में थी
किया जब उससे इज़हार-ए-मोहब्बत
पहुँच चुकी तब बाजारों में थी.

       Genius 2.0

©Mohd Asif (Genius) #asifgenius