रास्ता कठीन हो फिर भी याद रखना..... मुफ्त में कुछ नही मिलेगा रात जगानी पड़ेगी दिन में चलना पड़ेगा कोई साथ दे या ना दे अकेले लड़ना भी पड़ेगा रखेगा विश्वास खुद पर अटूट तो इक दिन सब को साथ तेरे चलना पड़ेगा । असफलतायें भी बहुत मिलेंगी काई बार बिखरना पड़ेगा वहीं लोग खीचेंगे तुमको अपने तुम कहोगे जिनको चींटी को याद रखना कलेजा पक्का करना लावेवाम जरूर मिलेगा पड़ाव पर अगर तू नही रुकेगा। अरूण सनाढय 04/10/20 लावेवाम :- मंजिल अनुभाव