हे नव वर्ष दिल की गली संकरी जरूर है पर दिल की बस्ती उजड़ने न देना यहाँ प्रेम बसता है उम्मीदें कदम मिलाती हैं ये दो पल रुक भी जाएं तो अगले पल फिर मिलाती हैं ये कदम यहाँ खुशियाँ पलती हैं परिणाम क्या होगा इस प्यार का ये सोचकर सांसे थमती भी हैं फिर अगले पल ये उम्मीदें कदम मिलातीं हैं ऐ नव वर्ष! तुम आना तो अब की सब ठीक कर जाना दिल की बस्ती उजड़ने मत देना :) ©Kajalife.... #Love#Home 💓💜💙💚💛💓 #Ghr #kajalife #Nojotowriter #27december