White मदन लाल का सुनकर नाम थर थर काँपे दुश्मन तमाम उसकी बहादुरी के किस्सों पर लगा सका ना कोई लगाम संजवान कैंप में हमला हुआ जब मच गया था हा हा कार जा डटे दुश्मन के आगे जरा किया ना सोच विचार सीने पर खाई थी गोलियां पर दुश्मन को न बढ़ने दिया अपनी शहादत दे दी वीर ने भारत मां को ना झुकने दिया ©Anita Mishra #kargil_vijay_diwas देशभक्ति कविता