जमीं को कहीं का न छोड़ा हमने, कमलेश अब चाँद की बारी हैं। आसमां खाली पड़ा हैं, वहाँ बस जायेंगे ऊपर वाले से तो हमारी यारी हैं ©Kamlesh Kandpal #Yaari