रात कि राख बिखर गई दिल में संभल कर कही इसे हवा मत देना कही कोई चिंगारी फिर सुलग न जाये फिर बदनाम तो हम ही होंगे.... कहेंगे जाते जाते भी आग लगा दी कातिल ने शब्दवेडी #२१/३६५ #रातकाअफ़साना #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi