सर्व मंगलकारणी, सर्व शुभवरदायिनी तुम हो वीणावादिनी माँ, तुम हो वीणावादिनी तम को तुम कर दो तिरोहित, शारदा से तुम हो अभिहित हम हैं अज्ञानी व कामी, तुम हो विघ्नविनाशिनी माँ || तुम श्वेत निर्मल वदन की तुम स्वामिनी विधि सदन की तुम हो श्वेत वस्त्रधात्री माँ, तुम हो हंसवाहिनी माँ || ©स्मृति.... Monika #HappyBasantPanchami Aaj Ka Panchang hindi poetry