वक्त भी अपना खेल दिखाने लगे हैं! हर किसी की चाहत को आजमाने लगे है!! जो बुलाया करती थी,कभी डियर बोल के, अब उनके भी जहन से, हम जाने लगे है!! धन्नु की कलम से जहन से जाने लगे....