Nojoto: Largest Storytelling Platform

गाँव के परिंदे सोचते थे आज़ाद रहूँगा शहरो में... प

गाँव के परिंदे सोचते थे आज़ाद रहूँगा शहरो में...

पता नहीं था उन्हें शहरो में पिंजरे बड़े मजबूत बनते हैं ... #gaw❣️
गाँव के परिंदे सोचते थे आज़ाद रहूँगा शहरो में...

पता नहीं था उन्हें शहरो में पिंजरे बड़े मजबूत बनते हैं ... #gaw❣️
kapilrawat1499

kapil rawat

New Creator

gaw❣️