न होता जो ये कोरा कागज़, कहाँ उड़ेलती मैं अरमान, ख़त में हाल बयाँ है, न समझना इसे सरहदी फ़रमान। भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 8 बजे तक। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें।