एक तस्वीर खींचनी है मुझे तेरी तासीर हो जिसमें हर रंग तुझसे मिलता मेरी खोई तक़दीर हो जिसमें। एक तस्वीर खींचनी है मुझे कुछ मिलती जुलती मेरी मोहब्बत से हर अक्स हो उसमें तेरा तेरा अहसास, तेरी कुब्रत हो जिसमें। एक तस्वीर खींचनी है मुझे शहर की उस गली की तू रहता हो जहां बेख़ौफ़ मेरा हो कर हो किस्से जहां नज़दीकियों के अपने वो तस्वीरें मेरे ख़्वाबों की हक़ीक़त बस्ती हो जिसमें। वर्ल्ड फ़ोटोग्राफी डे की हार्दिक शुभकामनाएँ। हम सभी शब्दों के माध्यम से कोई न कोई तस्वीर खींच रहे हैं। कहीं ख़ुशी की, कहीं ग़म की, कहीं उदासी की, कहीं कामयाबी की, कहीं अपनी तो कहीं दूसरों की। मगर हम सब कोई न कोई तस्वीर खींच रहे हैं। #एकतस्वीर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi