नहीं बनना समझदार मूर्खता गवारा है रहना है वैसे, जैसे बादल आवारा है चलते रहना है बस अपनी ही धुन में फ़र्क बस इतना सा हमसे तुम्हारा है ©Aditya Neerav #फर्क़