क्यों टूट रहे हो तुम जमाने के सामने,, खुद को मजबूर नही मजबूत बनाओ ।। ये दुनिया वाले भी ना, तोड़ेंगे तुमको,, खुद के पैरों पर रहो खड़े, न संभल उठाओ ।। ज़िंदगी के रास्ते मे ठोकर खाने के लिए, मिलेंगे बहुत से पत्थर,, उन पत्थरों को चुनकर अपना रास्ता खुद बनाओ ।। चुनौतिया आएंगी बहुत सी, ना डरो तुम,, खुद को उनसे डटकर मुकाबला करना सिखाओ ।। हँसेगी दुनिया तुमपर, तुमको पागल कहकर ,, उस दुनिया के लिए, तुम खुद एक मिसाल बनाओ ।। क्यों टूट रहे हो तुम जमाने के सामने,, खुद को मजबूर नही मजबूत बनाओ ।। मजबूर नहीं मजबूत बनाओ