Nojoto: Largest Storytelling Platform

White आज पुनः वापस आना पड़ रहा इस माध्यम पर.... कुछ

White आज पुनः वापस आना पड़ रहा इस माध्यम पर....
कुछ दृश्य ऐसे दिखाई पड़े और कुछ घटित भी हुए जो निंदनीय था जिसके कारण मुझे अपनी पोस्ट के द्वारा अपनी भावनाओं को व्यक्त करना उचित लग रहा..

ये राजनीतिक और प्रशासन से जुड़े लोग आम आदमी को भेड़ बकरी समझते है और बात करते है ये समाज के सेवक है 
पर वास्तविकता तो ये है की ये खुद उस लालची कुत्ते के सामान है जहाँ अपना फायदा दिखे वहा अपना दुम हिलाते हुए पहुंच जाते है कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को भी मिला.

अफ़सोस तो इस बात का है ये राजनीतिक लोग धर्म का नाम लेकर मंदिर का सारा क्रेडिट खुद  ले लेते है और इनके नौकर (प्रशासन ) इनके पीछे ऐसे भागते है जैसे मानो रोटी का निवाला बट रहा हो और दूसरी तरफ आम जनता को मानो कोई कीड़ा समझते है ज्यादा बोला तो मसल कर रख देंगे 

आज बाबा रविशंकर विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन करने आये थे 
और उनके पीछे प्रशासन वाले ऐसे भाग रहे थे जैसे वो दर्शन करने नहीं भंडारा करने आये हो उनके लिए दूसरी तरफ घंटो आम आदमी लाइन में लगे खड़े थे अपने दर्शन की प्रतीक्षा में..

मै पूछता हूँ इन्हे ये अधिकार किसने दिया की ये लोगो को प्रतीक्षा कराये उन्हें अपशब्द बोले...
अरे शर्म करो राजनीतिक और प्रशासन वालों मंदिर तुम्हारे पिता या तुम्हारे पूर्वजो का नहीं जो भगवान का दर्शन करने से किसी को रोके और ये ढोंगी बाबा जो खुद को भगवान के भक्त बोलते है और उन्ही के पास जाने के लिए 30-40 खाकी वर्दी वालों के बीच से जाना पड़े..

अरे काहे का भक्त सब ढोंग है ये तो डरते है की कही सामान्य व्यक्ति के हाथ लग गए तो सारी भक्ति वही निकल जाएगी...

योगी जी जैसे मंदिर को इतना सुन्दर बनाया है वहा की व्यवस्था भी सामान्य रखे हर व्यक्ति मंदिर परिसर में बराबर है यहां तक आप भी 
इसलिए निवेदन करते है इस तरह के कृत्य करके आम जनता को तुच्छ सा प्राणी ना समझें...
सबका अपना अपना सम्मान है उसे ठेस पहुंचाने का हक इन प्रशासन वालों को बिलकुल भी नहीं है..

©Ravi seth
  #same on politician and pashasan
raviseth9589

Ravi seth

New Creator

#same on politician and pashasan #election

135 Views