Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिंदगी की कशम-कश कूच इस तराह सुलजात हू, कोई कूच भी

जिंदगी की कशम-कश कूच इस तराह सुलजात हू,
कोई कूच भी बोले कुचभी सोचे,
अछाजी बोलकर,
चादर ओढकर सो जाता हू।

--------Patil Yash .A by young pharmacist 🤗🤗
जिंदगी की कशम-कश कूच इस तराह सुलजात हू,
कोई कूच भी बोले कुचभी सोचे,
अछाजी बोलकर,
चादर ओढकर सो जाता हू।

--------Patil Yash .A by young pharmacist 🤗🤗