Nojoto: Largest Storytelling Platform

चमन में कौन बबूलों की डाल खींचता है यहाँ जो आता है

चमन में कौन बबूलों की डाल खींचता है
यहाँ जो आता है फूलों के गाल खींचता है

वो तीर बा'द में पहले सवाल खींचता है
सवाल भी जो समा'अत की खाल खींचता है

ऐ प्यार बाँटने वाले मैं ख़ूब जानता हूँ
कि कितनी देर में मछवारा जाल खींचता है

निकल भी सकता हूँ क़ैद-ए-तख़य्युलात से गर
वो शख़्स खींच ले जिस का ख़याल खींचता है

मैं उस के आगे नहीं खींचता नियाम से तेग़
वो शेर-शाह जो दुश्मन की ढाल खींचता है

ये सर्द सुब्ह में सोया शरारती सूरज
बस आँख खुलते ही परियों की शाल खींचता है

मैं होश-मंद हूँ ख़ुद भी सो मेरी ग़ज़लों में
न रक़्स करता है 'आशिक़ न बाल खींचता है

©Jashvant
  परियों की शाल खींचता है  PФФJД ЦDΞSHI ज़हर Geet Sangeet Andy Mann Raj Guru
jashvant2251

Jashvant

Bronze Star
New Creator
streak icon9

परियों की शाल खींचता है @PФФJД ЦDΞSHI ज़हर Geet Sangeet @Andy Mann @Raj Guru #Life

153 Views