चिंतित क्यों होना? °°°°°°°°°°☆☆°°°°°°°°°° करते रहो नित कर्म अपना, मुकद्दर जाग जायेगा। तवक्को न करो किसी से,तव्वजो जाग जायेगा। बुरे पल याद करके, बीते कल पर क्या गम में जलना और रोना? आने वाले कल को सोचकर व्यथित-चिंतित ही क्या होना? सोचो तो सुनहरा पल जो भी है,वो पल आज का ही है, हर पल का एहसास जीवन में ख़ास होता है। बस यही जान-मान कर,रहो ख़ुशनुमा हरदम। ख़ुश रहने से भी हर मुश्किल,आसान होता है। - Rekha $harma #Pal #चिंतित क्यों होना?