^^^^गुनाह^^^^ ~~~~~~~~~~~~|~~~ ख्वाबों का रंगीन होना गुनाह है इंसान का शरीफ होना गुनाह है कायरता समझते है लोग मधुरता को जुबान का शालीन होना गुनाह है खुद की ही लग जाती है नजर-- हसरतों का हसीन होना गुनाह है लोग इस्तेमाल करते है नमक की तरह-- आँसुओं का नमकीन होना गुनाह है दुश्मनी हो जाती है मुफ़्त में सैकड़ों से-- इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है। ©Unbreakable Dharma pandit