विश्व रूप धारते हैं विश्व के प्रणेता तब सारा विश्व महाज्ञान गीता का पा जाता है बाल रूप उसी गिरिधर नटनागर का वेणु को बजाता सारा ब्रज ही नचाता है शस्त्र नहीं वार पर धार पर होता कहीं रण महाभारत चित-चोर ही जिताता है छवि ऎसी प्रीति का प्रतीक युग-युग रह राधा से माँ मीरा प्रेम सिंधु उमड़ाता है।। #कृष्ण #युगनायक #yqquotes #yqbaba #yqdidi #yqquotes #kumarmridul