दिल लगी में दिल को, लगाया न कीजिये। दीवाना करके फिर, भुलाया न कीजिये।। बढ़ जाएगा जोर अब, हवा में घटाओं के। ज़ुल्फों को हवा में, लहराया न कीजिये।। होने को क़त्ल मैं भी, अब तो बेकरार हूँ। नजरें मिला के फिर, झुकाया न कीजिये।। होने से आप के है, अब महफ़िल में रौशनी। शम्मा कोई और अब, जलाया न कीजिये।। मनायेंगे ईद शहर में, लोग आपको देखकर। छत के ऊपर आप, यूँ जाया न कीजिये।। बाग़ों के सब फूल, कहीं न करलें खुदकुशी। रुख से अपने पर्दे को, हटाया न कीजिये।। हुस्न व अदा पर तेरे, अब कुर्बान है "सानी"। रहकर दूर अब और, तड़पाया न कीजिये।। (Md Shaukat Ali "Saani") #Idd #Nojotonews