हैवानों की इस बस्ती में कोई प्यार की उम्मीद कैसे करें यहां करता हर कोई जिस्म से प्यार कोई रूह की तमन्ना कैसे करें है नकाब के पीछे हैवानियत छिपी कोई इन्हें बेपर्दा कैसे करें हैवानों की........................... उम्मीद कैसे करें प्यार के नाम पर जिस्म से खेलते हैं जो उस शख्स की पहचान कैसे करें कानून के रखवाले भी बन जाते हैवान कभी कोई इन पर भी भरोसा कैसे करें बेखौफ से रहते हैं ये इन्हें किसी का डर नहीं कोई इनके मन में भी डर पैदा कैसे करें हैवानों की...........................उम्मीद कैसे करें है कुछ लोग यहां भी जो करते हैं रूह से प्यार अधूरी रह जाती है उनकी मोहब्बत टूट जाता है विश्वास धोखे भरे इस दुनिया में कोई वफ़ा की तलाश कैसे करें हैवानों की इस बस्ती में कोई प्यार की उम्मीद कैसे करें - Nandini #brokenheart# fake love# short poetry