भूलता ही नही दिल उसे, क्या करूँ, वो भुलक्कड़ कहें फिर मुझे, क्या करूँ, एक तो मैं उसी को भुलाने चला, पर नही भूलता मैं इसे क्या करूँ, घूमता मैं रहूँ दर ब दर ऐ सनम, लोग पागल कहें तो किसे, क्या करूँ। एक ऐसा भी मंज़र है जो आँखों के आगे से हटता नहीं, कुछ ऐसा है जिसे दिल कभी भूलता ही नहीं। #भूलतानहीं #collab #yqdidi #yourquoteandmine Collaborating with YourQuote Didi