Nojoto: Largest Storytelling Platform

गोदी में सर रख प्यार से फिर कोई सुला देता व्याकुल,

गोदी में सर रख प्यार से
फिर कोई सुला देता
व्याकुल,व्यथित, विश्रांत मन में 
इक नया ख्वाब जगा देता
**********""
भाग दौड़ से भरी ज़िन्दगी
रूकना भी नामुमकिन
किससे कहें व्यथा मन की
दुख सह न पाए पलछिन
मीठी मीठी बातें कह फिर
मन कोई बहला देता
गोदी में सर रख प्यार से
फिर कोई सुला देता
**********
आतप से झुलसा ये तन
मन का चातक प्यासा
कब होगी बारिश नेह की
इतनी सी अभिलाषा
बारिश बन आकर बरस कर
मन कोई भिगा देता
गोदी में सर रख प्यार से
फिर कोई सुला देता
***********
नमिता  स्मृति

©Namita Panda
  गोदी में सर रख प्यार से
फिर कोई सुला देता
व्याकुल,व्यथित, विश्रांत मन में 
इक नया ख्वाब जगा देता
**********""
भाग दौड़ से भरी ज़िन्दगी
रूकना भी नामुमकिन
किससे कहें व्यथा मन की
namitapanda1360

Namita Panda

New Creator

गोदी में सर रख प्यार से फिर कोई सुला देता व्याकुल,व्यथित, विश्रांत मन में इक नया ख्वाब जगा देता **********"" भाग दौड़ से भरी ज़िन्दगी रूकना भी नामुमकिन किससे कहें व्यथा मन की #कविता

88 Views