मेरे देश के वीर जवां का, कद इतना ऊंचा लगता है । आ जाए हिमालय सामने तो, वो भी बौना लगता है।। ये पीतल की गोली को, अपने सीने पे सह जाते है। भारत मां की जय जय, अपने मुख से ये कह जाते है।। 26जुलाई सन् 1999 को, युद्ध हुआ संग्राम हुआ। भारत मां की पाक जमीं से, दुस्टो का संघार् हुआ।। याद करूँ उनकी कुर्बानी, जिसने गोली खाई थी । भारत मां की आन वान पे, आंच ना आने पाई थी।। इन वीरो की माताओं को , सत् सत् प्रणाम मैं करता हू। ऐसे वीर जवानो को मैं, बारम्बार नमन करता हू। । ©Durvesh Singh #kargilvijaydiwas # india #durvesh singh #Kargil