अंधेरों का क्या ये तो उजालों की अनुपस्थिति का सबूत देती हैं। लगे रहने पर सफलता इक दिन मिलती ज़रूर है पर ये भी समय लेती है। रवि एस. सिंह "चंचल" #सफलता समय लेती है।