प्रेम पूरा हो ना हो पवित्र जरूर होना चाहिए, इतना कि जब-जब मैं तुमको लिखूँ तो मुझे लगे कि ये तो मैं तुम्हें क़ैद कर रहा हूँ, और इस बात से मैं उदास होऊँ और खुद से रूठ कर मैं तुम्हारी हर कहानी में ख़ुद को मार दूँ...! ©शैलेंद्र यादव लव लव शायरियां