रात अंधेरी क्यों होती है, क्यों सूरज सुबह जगाता है.... क्यों तैरा करती लकड़ी है, क्यों पानी पत्थर को डुबाता है....!! कुछ है सवाल मेरे जिनका, न जवाब है न खयाल है.... क्यों दरख्त काटे जाते है, जब जीवन वही चलाता है.....!!!! क्यों पवन नही रुका करती, क्यों बादल बरसा जाता है.... क्यों पर्वत उड़ा नही करते, क्यों हिम ये पिघला जाता है....!! जब चोट लगी हाथों को फिर, आंख से आंसू क्यों आये.... क्यों दर्द-ए-दिल को होता है, जब कोई रूठ के जाता है...!!!! अर्पित द्विवेदी #प्रकृति_प्रेम #सवाल #जवाब