फ़र्क ना जानु मिट्टी और पत्थर का तुझमे भी प्राण समझू। कहीं बारिश में भीग ना जाओ बिट्ठल आओ तुम्हे अपने छाते में ढ़क लुं।। मिट्टी और पत्थर - माटी की ये तन काया, पत्थर की प्रभु मूर्ति छाया।। श्रद्धा और भाव उमर देख कर नहीं आते है। इंसान में प्राण है ये नही समझ पाते, पत्थर में जान होगी ये कैसे समझेंगे।। #guruwanshu #yqdidi #yqbaba #bestyqhindiquotes