चाह रही हूँ लिख दूँ तुमको, रूप स्वरूप, तुम्हारी शोभा, शब्द दे रहे धोखा मुझको, जिनमें बांधू इतनी आभा, हार रही हूँ आगे बढ़ के लिख पाने में काम तुम्हारा, सब छोड़ अंत में कान्हा, बस लिख पाया नाम तुम्हारा । । ।। हरे कृष्णा ।। #krishna #harekrishna #devotion