मनुष्य सूर्य की भाँति चमकना चाहता है ! संघर्षरत मनुष्य अभाग्यता को परिणाम देकर आशाहीन हो जाता है : असंघर्षरत मनुष्य भाग्यता को परिभाषित कर एकाकी सफलता को उद्देश्य निधार्रत... करता है!! किंतु जिंदगी ग्रहों की तरह परिक्रमणतित हैं! वही व्यक्ति अंततः विजयी है... जिसने भाग्य - लकीरें न कोस कर :: सदैव संघर्ष और समय को महत्व दिया हो!! ज़िन्दगी की सरगम पर, किसको गाना आया है!... #सरगम #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi