मैं मुसाफ़िर हूँ मेरा नहीं है घर कोई, क्यों ख्यालों में आकर बस गया कोई ना उम्मीद ना होते जो समझ जाते उम्र कहां कटती है ख़यालो में कोई तू तो खो गया कहीं साथ चलते-चलते में रह गया वहीं इंतजार करते-करते #अजनबीशायर #दर्द #मोहब्बत #unheardaman #unkahithiwoh #gulshan❤️ Sambhav jain(महफूज़_जनाब) A.. J (sHâYàRï) 🗨🗯📜📙