ख़ुद पे अब सोचने लगा हूँ मैं, रात को रोकने लगा हूँ मैं, हर घड़ी ज़िन्दगी नही रहती, सबसे ये बोलने लगा हूँ मैं, जान बाकी है मगर जान नहीं, जानकर डूबने लगा हूँ मैं, इश्क़ एक आग है मगर फिर भी, ख़ुद को ही झोंकने लगा हूँ मैं, आप मेरे नहीं रहे तो फिर, आपको भूलने लगा हूँ मैं, अपने हर दर्द हर अमानत को, शब्द में बेचने लगा हूँ मैं।। #Love #Life #Hindi #mohabbat #Shayar #Ka #na