मैंने जो तेरी अनुपस्थिति में जो गीत लिखे है उन गीतों को बाजारों में लाऊंगा एक दिन मैंने जो सावन में बादल पर संगीत रचे है रिमझिम फुहारो संग छिटकाऊंगा एक दिन मेरे प्यासे अधर जब भी तुझे पुकारते है मैं जहां भर की तल्खियां चूम लेता हूं तेरे एहसासों की पारसाई में झूम लेता हूं कुँवर अरुण Instagram-@kunwar_shayar ©Kunwar arun ¥ #nojohindi #ahsaas #Teri #Yaad #Tu