शायरी शायर (विजय सर जी) करता हूँ, प्यार तुमसे इतना, बिछड़ गया, तो मर जाहुँ। जाना! जुदा होके तुमसे, एक पल भी, नहीं रह सकूँगा, हो मेरी हसीना।। ©कवि विजय सर जी #Khushiyaan शेरो शायरी