कभी गर्मी की तपिश है तो कभी सावन की फुहार है। जिंदगी एक उतार-चढ़ाव है। कभी फूलों का बसंत है।तो कभी पतझड़ की बहार है। कभी आंसुओं से भीग जाता मन है। तो कभी हंसी से चहक जाता तन है कभी दो बोल मीठे कानों में रस घोल देते हैं।तो कभी कड़वे शब्दों के बाण चलते हैं। इस तरह मौसम बदलते हैं। उसी तरह जीवन में भी मौसम बदलते हैं।एक जैसा कभी नहीं रहता। "बदलाव ही जिंदगी का नियम है,,,, नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳